बेटियां क्यों कर रही हैं विवाह को मना?
title:- नारी ज्ञान से ही नारी उत्थान सम्भव
subtitle:- बेटियां क्यों कर रही हैं विवाह को मना?
आज के समाज में नारी उत्थान की चर्चा सिर्फ 1 चर्चा का विषय बनकर रह गया है कोई भी व्यवहारिक तौर पर समाज में होता हुआ बहुत ज्यादा दिख नहीं रहा, सिवा " बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ " जैसे कुछ अभियान शुरू किए गए हैं वर्तमान सरकारों द्वारा।
अब चिन्ता का विषय ये है की बेटियां विवाह करने हेतु तैयार ही नहीं हो रहीं। 1 ही बात मुझे विवाह नहीं करना, मुझे विवाह करके बंधन में नहीं बंधना। मैं अपना खर्चा आप चलाने में सक्षम हूं, मैं बच्चे गोद ले लूंगी, मैं nhi सहना चाहती दर्द ।
मैं आत्म निर्भर हूं तो मैं दूसरे पर बोझ क्यों बनू या दूसरे को अपने पर बोझ क्यों ही बन ने दूं।
मुझे भी आजादी चाहिए अपनी मर्जी से जीवन बिताने का पूरा हक है
ये सब दलील देने लग गईं हैं आज की युवतियां चाहे किसी भी वर्ग की हों या देश की, दुनियां के किसी भी कोने से हों यही चर्चा सुनाई दे ही जाती है 2 4 दिन में कहीं ना कहीं,
जब इस बारे में टाइम क्लॉक म्यूजियम एंड रिसर्च सेंटर दिल्ली की टीम ने इसको अपने एजेंडा में शामिल किया और तकरीबन रोज़ ही बात होने लगी क्योंकि कुछ टीम मेंबर्स भी अपने घर में यही बात सुन रहे थे।
कई सारी तिथियां निकलती चली गई बहुत ही ज्यादा डिस्कशन होने पर भी हम लोग मूल तक नहीं पहुंच पा रहे थे। 1 दिन अचानक ही 1 बात ने ध्यान खींचा, कि क्या ये कारण हो सकता है।
" लड़की पहले ही किसी से संबंध बना चुकी है और किसी कारण वश वो रिश्ता बन नहीं पाया, परिणाम लड़कों पर भरोसा ही उठ गया। " पर ये कारण कोई बहुत ज्यादा convincing लगी नहीं तो फिर आगे ही बढ़ना चाहिए करके फिर से शुरुआत की गई। पर अबकी बार टेक्निकल लाइन्स पर ही रखने का निर्णय लिया गया।
बस यही निर्णय आधार बन गया चर्चा का, नारी ज्ञान को आधार बनाया गया ।
चर्चा में तुरन्त ही कुछ फैक्टर्स निकल कर सामने आए और वो थे शिक्षा में भयंकर कमियां जो होना चाहिए लड़कियों के लिए विषय वो बिल्कुल ही गायब हैं शिक्षा से और पूरी पृथ्वी की शिक्षा में नारी के द्वारा जो प्राकृतिक आपदाएं भुगतनी पड़ती हैं उनके बारे में कोई भी डिग्री, डिप्लोमा, कुछ भी उपलब्ध है ही नहीं, ऐशो मानचित्र (ashomap) की किसी को कोई जानकारी है ही नहीं। 1 कन्या या महिला या नारी अपने जीवन में कितनी प्राकृतिक आपदाएं झेलती है इसकी शिक्षा जो कि सबसे अधिक आवश्यक है प्रत्येक लड़की हेतु का गायब होना ही सबसे बड़ा श्राप बन गया लड़की के जीवन का, जिसका परिणाम ही है विवाह ना करने के प्रति लड़कियों का कथन।
ऐशो मैप पर चर्चा हम अगले संस्करण में देगें।
आप के यदि कोई सुझाव या comments हों तो आप हमें सूचित कर सकते हैं एडिटर जी के माध्यम से।
टाइम साइंटिस्ट अश्वनी अग्रवाल की कलम से।
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