अज्ञानता का महत्व
title:- नारी ज्ञान से ही नारी उत्थान सम्भव
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1 कहावत, समझदार कौवा गूं पर ही बैठता है।
इसका अर्थ अपने अन्दर कितनी सारी अज्ञानता छुपाए है ये समझना ही होगा यदि मानव जीवन का जरा सा भी उपयोग करना है तो "कहते हैं अ के पीछे सारा ब्रह्मांड छुपा है" बस इसी गणित को लेकर आगे चले हम और दिख गया कविता वा ज्ञानिता का अन्तर,
कुच्छल ताऊ ने कहा है कहीं पे " कन्या 1 कविता है जबकि ब्याहता 1 ज्ञानिता है "
अब समझो दोनों में क्या है अन्तर। फिर मणिदेवकी निधि कंसल, षोडशी गोपाल मन्दिर अम्बाला हरियाणा, का शुरू किया हुआ 1 अभियान , " हर कन्या को मणि बनाना ही है मेरा जीवन लक्ष्य "
अम्बाला वो शहर जहां पर बीजारोपण हुआ था सबसे भयंकर महायुद्ध महाभारत का, यहां पर ही अम्बा ने गर्भ में उस बीज को धारण किया जिसके फल के उपयोग से भीष्म पितामह को मृत्यु दण्ड दिया जा सके।
इसी गर्भ धारण ने ही औरत को अबला बना दिया वा उसके सारे ज्ञान को जो हर प्रकार के बल से युक्त था को "अ" के पीछे छुपा दिया।
इसी ज्ञान को उजागर करने हेतु मणिदेवकी के कहने पर अश्वनी सिस्टम के प्रोपराइटर ने जो की शंख टेक्नोलॉजी के सूत्रधार हैं ने इस प्रोजेक्ट को अपने हाथ में ले लिया
समझ, ज्ञान, शिक्षा, विद्या आदि को टेक्नोलॉजी के दृष्टिकोण से विवेचना करने का कार्य " टाइम क्लॉक म्यूजियम एंड रिसर्च सेंटर " दिल्ली ने चर्चा का विषय बना लिया।
अब जैसे जैसे काम आगे बढ़ेगा जानकारी आप लोगों के साथ साझा की जाएगी और आपके विचार, सुझाव आमंत्रित रहेगें।
time scientist Ashwani Agarwal की कलम से।
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